Wednesday, November 17, 2010

किस गली में सुकून है यहाँ,

किस गली में सुकून है यहाँ,
हर गली से गुज़र के देख लें...

मन मनाता है किसी बात पे हमे,
आज हर बात से मुकर के देख लें...

वो कहते हैं हम बिगाड़ते हैं बात को,
आज उनकी ख़ातिर सुधर के देख लें...

बेअसर नज़र आती है मेरी कोशिशें ,
आज उनकी कोशिश के असर को देख लें...

बातों से समझाकर देख लिया बहुत,
आज क्यूँ न हम चुप होकर देख लें...

बीच भंवर में रहती आई हूँ अब तक,
चलो आज किनारे के कहर को देख लें..



Muhbaat hain ye ya ehsaas hi koi....

Dosto kabhi na kabhi hum sabhi is sawal me uljhte h ki hum jo mahsoos kar rahe hain wo pyar h ya sirf ek attraction. meri ye kaavish isi khayl ko kahne ki koshish kar rahi hain....


Muhbaat hain ye ya ehsaas hi koi....
dil to dadhkata ek khawab hi koi..

choo jati hain dil ko us shaks ki nazar...
wo nazar hain meri, ya fir aks hi koi..

yun to nahi hain wo lakho me shamil.. 
ya shamil hain meri hi hasrat koi...

har pal use hi dhundhti hain nigahe,
ya hui in nigaho ko aadat koi....

naye kuch sawalo me uljha hain dil..
ya hain bas khayalo ki kashmaksh koi....

Dosti kya hay?

Kya khabar tum ko dosti kia hai
Ye roshni bhi hai andhera bhi hai
Khwahishon say bhara jazeera bhi hai
Bohat anmol ik heera bhi hai
Dosti ik haseen khwab bhi hai
Pass say dekho tou sarab bhi hai
Dukh milnay pe ye azab bhi hai
Aur ye piyar ka jawaz bhi hai
Dosti yoon tou maya jaal bhi hai
Ik haqeeqat bhi hai khayal bhi hai
Kabhi furqat kabhi vissal bhi hai
Kabhi zameen kabhi falak bhi hai
Dosti jhoot bhi hai such bhi hai
Dil main reh jaiay tou kassuk bhi hai
Kabhi ye haar kabhi jeet bhi hai
Dosti saaz bhi sangeet bhi hai
Sheir bhi nazam bhi geet bhi hai
Wafa kia hai wafa bhi dosti hai
Dil say nikli dua bhi dosti hai
Bus itna samajh lay tou
Payar ki inteha bhi dosti hai

दोस्ती सयानी है



मैखाने से दोस्ती शराब है
बनिये से दोस्ती हिसाब है
टीचर से दोस्ती किताब है
दुश्मन से दोस्ती खराब है।

डॉक्टर से दोस्ती इंजेक्शन है
मरीज से दोस्ती इंफेक्शन है
नेता से दोस्ती इलेक्शन है
बॉस से दोस्ती सलेक्शन है।

पुलिस से दोस्ती फोर्स है
अफसर से दोस्ती सोर्स है
प्रोफेसर से दोस्ती डिवोर्स है।

राइटर से दोस्ती कहानी है
प्रेमिका से दोस्ती जवानी है
दौलत से दोस्ती दीवानी है
दोस्त से दोस्ती सयानी है

दोस्ती शायद ज़िंदगी होती है

दोस्ती शायद ज़िंदगी होती है
जो हर दिल में बसी होती है
वैसे तो जी लेते है सभी अकेले मगर,
फिर भी ज़रूरत इनकी हैर किसी को होती है

तन्हा हो कभी तो मुझको ढुँदना
दुनिया से नही अपने दिल से पूछना,
आस पास ही कही बसे रहते है
यादों से नही साथ गुज़रे लम्हो से पूछना..!!

ख़वाईश ही नही अल्फ़ाज़ की,
चाहत को तो ज़रूरत है बस एहसास की,
पास होते तो मंज़र ही क्या होता,
दूर से ख़बर है हुमए आपकी हर साँस की..!!

दिल जीत ले वो जिगर हम भी रखते है
कतल कर दे वो नज़र हम भी रखते है
आपसे वादा है हुमारा हमेशा मुस्कराने का,
वरना आँखो में समुंदर हम भी रखते है

प्यार आ जाता है आँखों में रोने से पहले,
हर ख़वाब टूट जाता है सोने से पहले,
इश्क़ है गुनाह एह तो समझ गाये
काश कोई रोक लेता एह गुनाह होने से पहले..!!

पलकों से उठा के ये ख़वाब,
सजाए है क़दमों में तेरे,
संभाल के रखना क़दम,
कही कुचल ना जाए ख़वाब ये मेरे
.
तुम मेरे हो पर तेरा अहसास क्यों नहीं,
जब दिल में हो तो मेरे पास क्यों नहीं,
वीरानों में अब हमें किसकी तलाश है,
मिलने की उसके फिर भी आस क्यों नहीं,
गम कुछ इस कदर शामिल हैं जिन्दगी में,
कोई ख़ुशी भी अब हमें रास क्यों नहीं,
तेरे दिल से मेरे दिल तक एक है रास्ता,
फिर भी मेरा दिल तेरे लिए खास क्यों नहीं,
माना की तुम मेरी मुहब्बत की पहचान हो,
पर मेरे दिल को अब तलक विश्वास क्यों नही 

Teri ek hasi pe ye dil qurbaan kar jaoo,

Teri ek hasi pe ye dil qurbaan kar jaoo,
Aitraaz na ho agar to tera dil chura le jaoo,
Na behne du kabhi in aakho se aansu,
Tu kahe to tere saare sitam sah jaoo.

Hasta hua rakhu tere labo ko hamesha,
Chumkar jinhe woh pyaari muskaan de jaoo,
Seene se laga ke rakhu tumhe,
mann to karta hai tujhme sama jau.

Sunti hi rahu tumhari dhadkano ko,
aur apne dil ki har baat kah jau,
gum ko kabhi kareeb na aane du,
aur tumhe zindage ki khushiya tamaam de jaoo

खो न देना कहीं ठोकरों का हिसाब

खो न देना कहीं ठोकरों का हिसाब 
जाने किस-किस को रास्ता बताना पडे ........

वह दिन गये की मोहब्बत थी जान की बाजी
किसी से अब कोई बिछडे तो मर नहीं जाता ..........

बिछड़ के मुझसे तुम अपनी कशिश न खो देना 
उदास रहने से चेहरा ख़राब होता है .......

तू छोंड रहा है तो खता इसमें तेरी क्या 
हर शक्श मेरा साथ निभा भी नहीं सकता 


Kaun ho tum?

Kaun ho tum?
Jo mere dilo-dimag par
Is tarah chh gaye ho

Kaun ho tum
jo is tarah chupke se
Meri jindagi me aa gaye ho

Kabhi door lagte ho , bahut door
Kabhi paas , ekdam paas
Pal men hota hunk hush
Pal men udas.

Hari ghas aur hari ho gai hai
Aur neela aasman aur bhi
Neela ho gaya hai
Phir bhi kuchh hai
Jo kho gaya hai.

Kaun ho, tum
jo meri neend udathe ho
tum jo mera chain churate ho

tum jo meri dhadkanon men sama gaye ho
tum jo is tarah chupke se
meri jindagi me aa gaye ho

kaun ho?
Kaun ho tum

अंजामे इश्क वक्त ने समझाया इस तरह

अंजामे इश्क वक्त ने समझाया इस तरह 
चुटकी में ले के ख़ाक मेरे सर पे डाल दी .........

ये आग घर की लगी है तो क्या ताज्जुब 
गयी थी रौशनी मुझसे मेरा पता लेकर ..........

आदतें आप की मिलती हैं फरिश्तों से बहुत 
खुद को मुमकिन हो तो लोगों से बचाते रहिये.........

दर और दरीचों के लिए सोंच रहा है 
वो कांच की बुनियाद पे दीवार उठा कर .......

जिसमे पासंग न हो ऐसी तराजू लाओ 
जिन्दगी झूठ को अब और नहीं तोलेगी ............

ये भी क्या है हारते रहते हो आपने आप से
प्यार के इस खेल में दिल भी तो हारा कीजिये ..

मैं साहिल पर लिखी हुई इबारत नहीं,

मैं साहिल पर लिखी हुई इबारत नहीं, जो लहरों से मिट जाये !
मैं बारिश की बरसती बूँद नहीं, जो बरस के थम जाये !!
मैं कोई ख्वाब नहीं, जिसे देख कर भुला दिया जाये !
मैं हवा का झोंका नहीं, आया और गुज़र गया !!
मैं चाँद नहीं, जो रात के बाद ढल गया !
मैं तो वो एहसास हूँ !
जो तुझ में लहु बन कर गर्दिश करे !!
मैं वो रंग हूँ !
जो तेरे दिल पर चढा रहे तो कभी ना उतरे !!
मैं वो गीत हूँ, जो तेरे लबों से कभी जुदा ना होगा !
मैं तो वो परवाना हूँ, जो जलता रहेगा पर उफ़ तक नहीं करेगा !!
ख्वाब, इबारत, हवा की तरह, चार बूँद शमा की तरह !
मेरे मिटने का सवाल ही नहीं !!
क्योंकि मैं मुहब्बत हूँ !!

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना
कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये
क्या पता कल तुम लौटकर आओ
और हम खामोश हो जाएँ

दूरियों से फर्क पड़ता नहीं
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है

दिल से खेलना हमे आता नहीं
इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए
शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें
इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए

मना लूँगा आपको रुठकर तो देखो,
जोड़ लूँगा आपको टूटकर तो देखो।
नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,
थाम लूँगा आपको छूट कर तो देखो।

लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है,
कोई करता है तो इल्जाम देते है।
कहते है पत्थर दिल रोया नही करते,
और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।

तुम मेरी याद हो मेरे पास आओ तो कोई बात बने

तुम मेरी याद हो मेरे पास आओ तो कोई बात बने
तुम मेरी जान हो यूँ ज़िंदगी में आओ तो कोई बात बने

तुम्हारी याद में गुज़रा हर लमहा मेरे दिन को महकता है
खुशबू बनके मेरी सांसों को महकाओ तो कोई बात बने

मैं दुनिया की नही करता परवाह तुमको जब याद करता हूँ
कभी तुम भी रुसवायियों को गले से लगाओ तो कोई बात बने


दुश्मनों को तुम्हारे बारे मे यूँ बताना अच्छा नही लगता
कभी ख़ुद भी आओ मेरे हाल पे हंस जाओ तो कोई बात बने

कभी रूठा नही हूँ तुमसे मैं इस तरह से की
मैं तुमसे रूठ जाऊं और तुम मुझको मनाओ तो कोई बात बने

हमेशा खुदा से ही तुमको माँगा है शाम और सुबह
दुआ को हाथ उठाएं और सामने तुम्हे पाएं तो कोई बात बने

तेरी चाह रुकती नही है और याद का दरिया बह जाता है
कभी तुम भी इसमे डूब जाओ तो कोई बात बने

दिल मैं हम बस जाएँगे,

दिल मैं हम बस जाएँगे,
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे.
लम्हा लम्हा वक़्त गुज़ेर जाएँगा,
चँद लम्हो मैं दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी मैं आ जाएगा.
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रेह जाते हैं,
दिल का दर्द किससे दिखाए,
मरहम लगाने वेल ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
वक़्त तो हूमें भुला चुका है,
मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसीलिए नहीं करते,
क्यू के डरते हैं,कोई फिर से ना रुला दे,
ज़िंदगी मैं हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं ज़ियादा तो कहीं काम मिलेंगे,
ऐतबार ज़रा सोच कर करना,
मुमकिन नही हैर जगह तुम्हे हम मिलेंगे.
ख़ुशबो की तरह आपके पास बिखर जाएँगे,
सुकों बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
मेहसूस करने की कोशिश तो कीजिए,
दूर होते हो भी पास नेज़र आएँगे

Adhuri Si zindagi mehsoos Hoti hai

Adhuri Si zindagi mehsoos Hoti hai
mujhe Teri kami mehsoos Hoti hai

Yeh Palkein Shabnami Si Kyon Hui Hai Aaj!!!
Inn Aankhon Mein Ek Nami si mehsoos Hoti Hai

Uske Honton par Mera Naam Kaampta sa Reh gaya
Judai mein Ek Tadap Si mehsoos Hoti Hai

Humesha Se saath Rehne Ki Kasam Khaai Thi!!!
Woh Kasam Teri Badi Mehsoos Hoti Hai

Dil To Tera Hai par Dhadkane Meri
Haqeeqat yeh Kabhi Mehsoos Hoti Hai

Faasle To bahut Hai Par Phir Bhi Hum Door Nahi!!!
Har jagah Teri Hi Sar-Zameen Mehsoos Hoti Hai

“Tapan” Likhta Hai Sirf Dil Ki kalam Se!!!!
Padhne mein Kyon Yeh Ek ghazal Si mehsoos Hoti hai