Thursday, December 9, 2010

उसको चाहा तो भी इकरार करना ना आया.

उसको चाहा तो भी इकरार करना ना आया..
कट गयी उम्र हमें प्यार करना ना आया..
उसने माँगा भी अगर कुछ तो जुदाई मांगी ..
और एक हम थे की हमें इनकार करना ना आया..

पलकों पे आँसू को सजाया न जा सका
उस को भी दिल का हाल बताया न जा सका
ज़ख्मों से चूर चूर था यह दिल मेरा
एक ज़ख़्म भी उस को दिखाया न जा सका
जब तेरी याद आयी तो कोशिश के बा वजूद
आँखों मैं आँसू को छुपाया न जा सका
कुछ लोग ज़िन्दगी मैं ऐसे भी आये हैं
जिन को किसी भी लम्हे भुलायेया न जा सका
बस इस ख़्याल से कहीं उस को दुःख न हो
हम से तो हाल -ए -गम भी सुनाया न जा सका

रुला कर हमे ,वोह खुश रह पाएँगे
साथ मैं नहीं तो, मेरे जाने के बाद मुस्कुरएंगे
दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना
हम तो सह गाये , वोह टूट कर बिखर जाएँगे

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